बिना राशन कार्ड वालों को मंगलवार से स्कूलों में लोगों के लिए बांटने की घोषणा की गई थी, लेकिन तैयारी ठीक से नहीं हुई जिस वजह से पहले ही दिन सरकारी व्यवस्था की पोल खुल गई। अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले किदवई नगर स्थित सरकारी स्कूल में भी लोगों को राशन नहीं मिला। सूत्रों ने बताया कि इस स्कूल में चावल नहीं पहुंचे थे, जिस वजह से राशन नहीं बांटा गया। एनपी कोएड सेकंडरी स्कूल किदवई नगर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा है। जिन चार सौ से ज्यादा स्कूलों को राशन बांटने के लिए चिन्हित किया गया था, उन्हीं में से यह भी एक स्कूल है। इस स्कूल के नजदीक ही झुग्गी का इलाका है, जहां बड़ी संख्या में निम्न वर्गीय लोग रहते हैं। सुबह से ही लोगों ने इस स्कूल पर पहुंचना शुरू कर दिया था, लेकिन उन्हें तब निराशा हुई जब पता चला कि अभी चावल आए ही नहीं है। केवल गेहूं ही पहुंचे थे, लेकिन वह भी लोगाें को नहीं दिए गए। पहले लोगों से कहा गया था कि दोपहर तक शायद चावल आ जाएं, जिसके बाद राशन देने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं हो सका, जिसके बाद वे खाली हाथ लौट गए।
नई व्यवस्था के तहत जिन लोगों के पास राशन कार्ड नहीं था, वे भी महज अप्लाई करने के बाद मिली रजिस्ट्रेशन स्लिप के जरिए राशन ले सकते थे। आउटर जिले के किराडी इलाके में बिना राशन कार्ड वाले लोगों को राशन नहीं मिल पाया। लोगों ने बताया कि पिछले दो दिन से दिल्ली सरकार के एप का सर्वर डाउन है। इस कारण अधिकतर लोगों का राशन कूपन नहीं निकल पाया। आधार कार्ड व पहचान पत्र लेकर स्कूल में राशन लेने पहुंचे तो कहा पहले राशन का कूपन दिखाओ। प्रेम नगर के शादरा वत्स निवासी अर्चना गुप्ता ने बताया कि तीन दिन पहले उन्होंने राशन कार्ड के फार्म भरा था। दूसरे दिन साइबर कैफे से कूपन निकलने गए तो सर्वर डाउन बताया। वहीं प्रेम नगर के हिंद विहार निवासी सूरज कुमार ने बताया कि कूपन नहीं निकल पाने पर वे पहचान पत्र व आधार कार्ड लेकर एमसीडी के स्कूल गए तो वहां कोई नहीं मिला। वहीं लोगों का कहना है कि प्रेम नगर इलाके के ज्यादातर स्कूलों में राशन ही नहीं पहुंचा था। उन्हें स्कूलों से वापिस आना पड़ा।
सर्वर डाउन :साइबर कैफे में निकलवाने पड़ रहे ई-कूपन, लोगों के खर्च हो रहे हैं 30-50 रुपए, सर्वर से भी दिक्कत
बाबरपुर विधानसभा के छज्जूपुर स्थित माला देवी ईडीएमसी स्कूल के पास 15-20 लोग जिसमें ज्यादातर महिलाएं खड़ी थीं। ज्यादातर के पास फ्री राशन के लिए ई-कूपन का प्रिंटआउट था तो कुछ महिलाएं सिर्फ आधार कार्ड लेकर ही पहुंची थीं। स्कूल के गेट पर एक माल ढोले वाला टैम्पो खड़ा था जिसमें से मजदूर चावल के कट्टे उतार रहे थे। भास्कर ने वहां पूछा कि राशन कब से मिलेगा तो वितरण व अन्य व्यवस्था के लिए खड़े सिविल डिफेंस व अन्य लोगों ने कहा- पहला दिन है और 2 बजे का टाइम दिया है। वहीं कुछ महिलाओं ने कहा कि 11 बजे का टाइम दिया गया था। राशन लेने के लिए केंद्र पर 11 बजे पहुंचे राकेश वर्मा ने बताया कि परिवार के 7 सदस्यों का कूपन में नाम भरवाकर आए हैं। घर में कैसे भरवाते क्योंकि स्मार्ट फोन उनके पास नहीं है। राकेश बताते हैं कि 50 रुपए साइबर कैफे वाले ने कूपन फार्म भरने के लिए और फिर 8 रुपए प्रिंटआउट के बदले चुकाने पड़े। वहीं जनता कालोनी की रहने वाली शाहजहां भी राशन लेने कूपन लेकर पहुंची थी। उन्होंने बताया कि फार्म पर खुद ही घर पर भरवा लिया था। लेकिन प्रिंटआउट लेने के लिए साइबर कैफे पर गई थी जिसने 10 रुपए चार्ज किए। परिवार में 7 सदस्य हैं लेकिन कितना राशन मिलेगा, ये इन्हें नहीं पता। केंद्र पर कुछ अन्य महिलाओं ने कहा कि जल्दी इसलिए आ गई ताकि लंबी लाइन होने पर नंबर आ जाए। केंद्र पर भी लोग एकत्रित थे और इसी केंद्र पर खाना वितरण की व्यवस्था भी है। दोनों तरह के लोगों के आने की दिक्कत हर दिन रहेगी।
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