खुलासा: फर्जी नाम और पतों पर लिए गए नंबरों से चल रहा था मरकज का काम

मरकज मामले की जांच कर रही क्राइम ब्रांच के हाथ कुछ ऐसे नंबर लगे हैं, जो फर्जी नाम और पते पर हासिल किए गए थे। पुलिस इस सवाल का जवाब तलाश रही है कि इस तरह फर्जी पहचान पर नंबर हासिल करने वाले लोगों का इरादा क्या है। अब पुलिस की जांच ऐसे ही कुछ संदिग्ध नंबर पर केंद्रित हो गई है। पता लगाया जा रहा है कि वे लोग कौन हैं जो दूसरों की पहचान पर सिम हासिल किए हुए हैं।

निजामुद्दीन में मरकज सेंटर के पास एक्टिव इन संदिग्ध नंबर को पुलिस ने सर्विलांस पर ले लिया है। कुछ दिन से पुलिस की एक टीम कॉल डिटेल रिकॉर्ड चेक कर रही थी, तभी ये नंबर सामने आए। ऐसे ही एक नंबर के मालिक तक पुलिस शनिवार को पहुंची तो पता चला वह उसे इस्तेमाल ही नहीं करता। उसके पास 93 सिरीज का वह नंबर कभी रहा ही नहीं है। पुलिस ने उससे यह भी पूछा कि हाल फिलहाल में वह निजामुद्दीन एरिया में कब गए थे। इसके जवाब में इस शख्स ने कहा कि वह आखिरी बार पिछले साल हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन गया था। यह फर्जी नंबर इस शख्स के आधार कार्ड में दर्ज नाम और पते पर लिया गया था। इस जानकारी के सामने आने पर वह शख्स भी हैरान हो गया। उसने पुलिस को इस मामले में शिकायत देने की बात कही है, ताकि मामले में उसके नाम नाम का गलत इस्तेमाल ना हो सके।

मोहलत: साद ने 26 सवालों के जवाब देने के लिए मांगा समय
मौलाना मोहम्मद साद से पूछताछ करने से पहले पुलिस ने उसे नोटिस भेज 26 सवालों के जवाब मांगे थे। इनके जवाब देने के लिए अभी और वक्त की मांग की गई है। इसके पीछे तर्क दिया गया है अभी लॉकडाउन की वजह से कुछ सरकारी डिपार्टमेंट बंद हैं। इससे जवाब आने में समय लगेगा। मौलाना के अधिवक्ता शाहिद अली ने बताया कि जो सरकारी विभाग खुले हुए हैं, वहां से सम्बंधित जानकारी जल्द मुहैया कराने की मांग की गई है। जैसे ही जानकारी मिलेगी तत्काल उसे पुलिस को मुहैया करवा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मीडिया में लगातार खबरें आ रही हैं कि वह फरार है, यह बात ठीक नहीं। वह घर में क्वारेंटाइन किए हुए हैं। पुलिस को भी इस बात की जानकारी है। पुलिस जब भी उन्हें पूछताछ के लिए बुलाएगी, वह और अन्य सभी छह लोग पेश हो जाएंगे।

हड़कंप: नरेला में क्वारेंटाइन सेंटर से 2 जमाती मौका देखकर हुए फरार, पुलिस ने पकड़कर भर्ती कराया

नरेला इलाके में बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर से 2 जमाती मौका देखकर वहां से फरार हो गए। मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों व अन्य लोगों से पूछताछ कर उनकी तलाश शुरू की। इसके बाद पुलिस व हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम पटपड़गंज स्थित उनके घर पहुंची तो दोनों वहां मिल गए। दोनों को वापस नरेला स्थित क्वारेंटाइन सेंटर में भर्ती करा दिया गया है। नरेला इंडस्ट्रियल एरिया थाने पुलिस ने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।

सहयाेग: क्राइम ब्रांच ने पुलिस से मांगी मदद
शनिवार दोपहर को क्राइम ब्रांच की टीम मामले की जांच के लिए मरकज पहुंची। पुलिस सूत्रों का कहना है यह टीम अंदर तो नहीं गई लेकिन वहां आसपास का सीन देख हजरत निजामुदीन थाने पहुंच गई। यहां क्राइम ब्रांच की टीम ने स्थानीय पुलिस से मामले में सहयोग करने की मांग की, क्योंकि इस केस में शुरू से ही स्थानीय पुलिस ही मरकज के लोगों से संपर्क में थी। क्राइम ब्रांच ने मरकज से जुड़े लोगों के बारे में जानकारी पुलिस से ली है। बताया गया है एक दो दिन में यह टीम मौके पर फिर से जाएगी।

तेबर दिखाए: मीडिया के प्रति जाहिर की नाराजगी
मरकज से जुड़े लोग मीडिया से खासे नाराज हैं। उन्हें लगता है कि इस सेंटर की जान बूझकर छवि खराब की गई है। पिछले दिनों एक ऑडियो जारी कर मोहम्मद साद ने भी इस बात पर जोर दिया था और दावा किया था कि मीडिया को मामले की पूरी जानकारी नहीं है। उनके सेंटर से निकला कोई भी केस पॉजिटिव नहीं मिला है। वह शुरू से ही पुलिस को सहयोग करते आ रहे हैं।



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मरकज की इमारत को सैनेटाइज करते फायरब्रिगेडकर्मी। (फाइल)


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