निकिता हत्याकांड में वर्ष 2018 में हुए अपहरण केस की दोबारा से जांच शुरू करने के लिए एसआईटी ने कोर्ट से अनुमति मांगी। न्यायिक दंडाधिकारी राकेश कादियान की कोर्ट ने सोमवार को इसकी सुनवाई पूरी कर ली।
मंगलवार को कोर्ट फैसला सुना सकती है। यदि कोर्ट दोबारा से केस की जांच करने का आदेश देती है तो पुलिस अपकरण कांड की फिर से नए सिरे से जांच शुरू कर सकती है। वहीं, हत्या के मामले में चेकिंग ऑफ चालान की सुनवाई भी पूरी हो गई है।
मुख्य हत्यारोपी तौशीफ ने वर्ष 2018 में स्कूल से घर आते समय बहाना बनाकर निकिता तोमर का अपहरण कर लिया था। परिजनों ने समय रहते पुलिस को सूचना दे दी थी। इससे पुलिस ने दो घंटे में निकिता को बरामद कर लिया था।
इसके बाद तौशीफ के परिजनों ने निकिता के परिजनों पर दबाव डालकर माफी मांगते हुए समझौता कर लिया था। निकिता के पिता मूलचंद के मुताबिक तौशीफ के परिजनों ने दोबारा ऐसी गलती न करने का भरोसा दिया था। इसी भरोसे पर मूलचंद तोमर ने हलफनामा दायर कर समझौता कर लिया था। यही गलती उन पर भारी पड़ गई।
सरकार ने एसआईटी गठित कर अपहरण केस को फिर से खोलने का निर्णय लिया है। परिजनों ने भी पुलिस से इस केस को फिर से जांच करने की मांग की है। इसलिए पुलिस ने कोर्ट में याचिका दायर कर केस को रिओपन करने की अनुमित मांगी है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2UzptTK
via IFTTT
No comments:
Post a Comment