यहां चल रहे आंदोलन में किसानों ने 25, 26 व 27 दिसंबर को जिले में नेशनल हाईवे, केजीपी व केएमपी पर चल रहे टोल बूथों को फ्री करने का निर्णय लिया। इस दौरान किसान नेता शिवकुमार कक्का ने कहा कि उनका आंदोलन अब अंतरराष्ट्रीय हो चुका है, लेकिन यह हमारे देश का मामला है, हम स्वयं सरकार से अपने हक ले लेंगे, दूसरे देशों के हस्तक्षेप की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा वे बातचीत को तैयार हैं, लेकिन सरकार खुले मन से बात करे। तथाकथित किसानों से बात कर फूट न डाले। कक्का ने यह भी कहा कि देश के अन्य राज्यों में प्रदर्शन तो चल रहे हैं, लेकिन इतनी मजबूत ढंग से नहीं।
वहां भी आंदोलन को तेज करने के लिए कहा जाएगा। कक्का ने कहा जल्द ही किसानों का जत्था बंगाल और बिहार जाकर किसानों में अलख जगाने का काम करेगा। धरना स्थल पर किसानों ने पीएम की शवयात्रा निकालकर अर्थी का अंतिम संस्कार किया। गुरूवार को भूख हड़ताल के चौथे दिन अंटोहा गांव के 11 किसान 24 घंटे की भूख हड़ताल पर बैठे।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3mLrrvJ
via IFTTT
No comments:
Post a Comment