प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को किसान सम्मान निधि के तहत देश के 9 करोड़ किसानों के खाते में 18 हजार करोड़ रुपए की राशि ट्रांसफर की। इनमें से झारखंड के 22.50 लाख किसानों के खाते में 450 करोड़ रुपए आए। इससे पहले मोदी ने छह राज्यों के किसानों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बात की। पीएम मोदी ने कहा, ‘कुछ दलों को आजकल एपीएमसी-मंडियों की बहुत याद आ रही है। ये भूल जाते हैं केरल में एपीएमसी हैं ही नहीं। वहां ये लोग आंदोलन नहीं करते। मैं इनसे पूछता हूं यहां फोटो निकालने के कार्यक्रम करते हो, जरा केरल में आंदोलन कर एपीएमसी चालू करवाओ।
पंजाब के किसानों को गुमराह करने के लिए आपके पास समय है, पर केरल में यह व्यवस्था शुरू कराने के लिए नहीं।’ मोदी ने दिल्ली में सदैव अटल स्मारक पहुंचकर पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी जयंती के अवसर पर श्रद्धांजलि भी दी। वहीं, सरकार की ओर से किसान नेताओं को भेजे गए वार्ता प्रस्ताव पर 24 घंटे बाद भी कोई निर्णय नहीं हुआ। अब शनिवार को बैठक में प्रस्ताव पर चर्चा होगी। बता दें, भाजपा ने शुक्रवार को देश में 2500 किसान चौपालों का आयोजन किया था।
पीएम मोदी ने किसान से पूछा- खरीदार आपसे अदरक ही खरीदते हैं या जमीन भी ले जाते हैं
- पीएम ने अरुणाचल के गगन पेरिंग से बात की। पीएम ने पूछा, ‘आप सम्मान निधि कहां इस्तेमाल करते हैं।’ गगन बोले- मेरे साथ 446 किसान जुड़े हैं। हम ऑर्गेनिक अदरक उगाते हैं। फसल बैंगलुरु-दिल्ली में बेचते हैं। पीएम मोदी ने पूछा, ‘खरीदार आपसे सिर्फ अदरक ही खरीदते हैं या जमीन भी ले जाते हैं।’ गगन ने कहा- जमीन सुरक्षित है। पीएम बोले- कुछ लोग अफवाह फैला रहे हैं कि जमीन छिन जाएगी।
- असम, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर व अन्य राज्यों में पंचायत चुनाव हुए। इनमें ग्रामीण क्षेत्र के लोगों, किसानों ने भाग लिया। उन्होंने किसानों को गुमराह करने वाले सभी दलों को नकार दिया।
- किसान आंदोलन में सभी गलत लोग हैं ऐसा नहीं हैं। लेकिन कुछ भोले किसानों को भड़काया जा रहा है। पहले एमएसपी पर फसल बेची गई और उसके बाद आंदोलन को हवा दी गई।
पंजाब में अटल जयंती कार्यक्रम में तोड़फोड़, हरियाणा टोल फ्री कराया
- पंजाब के बठिंडा में भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के किसानों ने अटल जयंती कार्यक्रम में कुर्सियां आदि तोड़ दीं। जालंधर में कार्यक्रम रोकने गए किसान पुलिस से उलझे। फगवाड़ा में नारेबाजी की।
- हरियाणा में अधिकांश टोल प्लाजा पर वसूली रोकी। दिल्ली-जयपुर हाईवे जाम किया। राज्यमंत्री कमलेश ढांडा व जजपा विधायक ईश्वर सिंह का घेराव किया।
- उत्तराखंड के उधमसिंह नगर में पुलिस से टकराए।
मोदी ने कहा-कृषि कानून लागू हुए कई माह हो गए...क्या किसी को इससे नुकसान हुआ है
आज कृषि कानून को लेकर झूठ फैलाए जा रहे हैं। कानून लागू हुए कई महीने हो गए हैं, लेकिन क्या किसी को कोई नुकसान हुआ है। पहले एमएसपी पर फसल बेची गई और उसके बाद आंदोलन को हवा दी गई। पहले कुछ ही फसलों पर एमएसपी मिलती थी, हमने उनकी भी संख्या बढ़ाई। देश के किसान को इतने अधिकार मिल रहे हैं। अगर किसानों को अपनी उपज बेचने का विकल्प ऑनलाइन माध्यम से पूरे साल और कहीं भी मिल रहा है तो इसमें गलत क्या है?
कोई गुमराह नहीं कर रहा
किसानों को कोई गुमराह नहीं कर रहा है। यहां किसानों का एक ही मकसद है एमएसपी पर कानून बने और नए कृषि कानून रद्द किए जाएं। इस मसले का हल तो प्रधानमंत्री और भारत सरकार को ही निकालना है, कोई विपक्ष या राहुल गांधी को नहीं। जब तक मुद्दा हल नहीं हो जाता, तब तक किसान घर वापस नहीं जाएंगे।
- राकेश टिकैत, किसान नेता
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