अगले हफ्ते चार राज्यों के 8 जिलों में शुरू होगा कोरोना वैक्सीन का मॉक ड्रिल

कोरोना वैक्सीन अगले हफ्ते भारत में उपलब्ध हो सकती है। ऐसे में इसके वितरण और टीकाकरण को लेकर केंद्र सरकार ने जो योजना बनाई है, उसे जमीनी स्तर पर परखने के लिए सोमवार से मंगलवार तक मॉक ड्रिल की जाएगी। ये ड्रिल आंध्रप्रदेश, असम, गुजरात और पंजाब में होगी।

इन राज्याें के दो-दो जिले इसमें शामिल किए जाएंगे। मॉक ड्रिल में उन सभी प्रक्रियाओं का पालन होगा जो वास्तविक कोरोना वैक्सीन लगाने के दौरान अपनाई जानी है। इस दौरान जो कमियां सामने आएंगी उन्हें समय रहते दूर किया जाएगा।

पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि राज्य में लुधियाना और शहीद भगत सिंह नगर में 5-5 स्थानों को मॉक ड्रिल के लिए चुना जाएगा। बता दें कि भारत में अब तक तीन फार्मा कंपनियों ने अपनी-अपनी वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की मंजूरी मांगी है। इनमें फाइजर, सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक शामिल हैं।

681 जिलों में 50 हजार वर्करों को ट्रेनिंग दी: देश में 29,947 कोल्ड चेन प्वाइंट हैं। इनमें एक करोड़ वैक्सीन डोज रखे जा सकते हैं। 681 जिलों में 50 हजार वर्करों को वैक्सीन लगाने की ट्रेनिंग दी गई है।

वैक्सीन की डिलीवरी से लगने तक की जानकारी नोट होगी

  • क्षेत्रीय वैक्सीन सेंटर से दवा जिले के कोल्ड चेन सेंटर तक पहुंचेगी। यहां से पहले से तय जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, निजी स्वास्थ्य केंद्र या किसी अन्य स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचेगी।
  • इस दौरान मेडिकल ऑफिसर, वैक्सीन हैंडलर, वैक्सीनेटर, वैकल्पिक वैक्सीनेटर, सुपरवाइजर, डेटा मैनेजर, आशा को-ऑर्डिनेटर को उपस्थित रहना होगा। वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स होने पर मरीज को हेल्थ फैसिलिटी तक पहुंचाने की व्यवस्था, इंफेक्शन कंट्रोल प्रैक्टिस के लिए भी विशेषज्ञ मौजूद रहेंगे।
  • सेशन साइट पर भीड़ नियंत्रित करने के लिए मानव संसाधन की भी व्यवस्था की जाएगी। वैक्सीन सेशन प्वाइंट पर फिजिकल डिस्टेंसिंग का भी ख्याल रखा जाएगा। सबसे पहले हेल्थ केयर वर्कर को वैक्सीन मिलेगी।
  • वैक्सीन विस्तृत जानकारी व संख्या ‘को-विन’ पोर्टल पर उपलब्ध रहेगी। किस व्यक्ति को किस वेक्सीनेटर ने किस कंपनी की डोज किस समय दी गई, यह सभी जानकारी नोट की जाएगी। वैक्सीन लगने के एक घंटे तक व्यक्ति को वहीं रहना होगा।

सीडीएससीओ के दफ्तर में कर्मचारी देर से आते हैं और जल्दी चले जाते हैं, कोविड के काम पर पड़ रहा असर
पवन कुमार. नई दिल्ली. सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (सीडीएससीओ) ने अनुबंध पर काम कर रहे कर्मचारियों काे समयबद्ध तरीके से काम न करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है। कर्मचारियों से कहा गया है कि सुबह 9.30 से शाम 6 बजे तक सप्ताह में पांच दिन कार्यालय आएं, नहीं तो वेतन कटौती की जाएगी।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की इसी संस्था के पास यह तय करने की जिम्मेदारी है कि कोरोना में किस दवा या टीके का इस्तेमाल होगा। कर्मचारियों के देर से आने की वजह से संस्था में काम लंबित हैं। संस्था में 1,200 से ज्यादा कर्मचारी हैं, इनमें 600 से ज्यादा अनुबंध पर काम करने वाले हैं।

अनियमित उपस्थिति का असर नई दवाओं की अनुमति जैसे कामाें पर पड़ रहा है। आयात लाइसेंस, चिकित्सा उपकरण लाइसेंस सहित कुछ अन्य काम भी प्रभावित हा़े रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक कोरोना के कारण कर्मचारी समय पर दफ्तर नहीं आ रहे। कुछ देर से आते हैं। जल्दी चले जाते हैं। कुछ घर से ही काम कर रहे हैं। इसका संस्था के नियमित काम पर गंभीर असर पड़ रहा है।

राजधानी में 758 नए कारोना संक्रमित केस, 30 मौत

दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार घट रहे हैं। शुक्रवार को दिल्ली सरकार के हेल्थ बुलेटिन के अनुसार पिछले 24 घंटे में 758 नए मामले आए और 30 मरीजों की कोरोना के कारण मौत हुई है। वहीं, 1370 मरीज ठीक हुए है। पॉजिटिविटी दर 0.88 प्रतिशत रही।

रिपोर्ट के अनुसार अब तक दिल्ली में 6,21,439 लोग संक्रमित हुए। इनमें 6,03,758 मरीज ठीक हो गए। अब तक कोरोना के कारण 10,414 मरीजों की मौत हो चुकी है। वहीं अभी 7267 एक्टिव केस है। इनमें से 3762 होम आइसोलेशन में हैं। पिछले 24 घंटे में दिल्ली में 85,749 लोगों की कोरोना जांच के लिए सैंपल लिए गए।



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फाइल फोटो


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