देश भर में कोविड-19 की रफ्तार धीमी हो गई है, लेकिन इससे पूरी तरह से निजात के लिए नए साल का इंतजार करना होगा। उम्मीद की जा रही है कि जनवरी 2021 में कोविड-19 की वैक्सीन आ जाए। भारत में कोरोना वैक्सीन के लिए भारत बायोटेक सहित 4 कंपनियां काम कर रही है। इसमें से भारत बायोटेक व एक अन्य तीसरे चरण में हैं।
वहीं वैक्सीन के संबंध में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि अगले साल की शुरुआत में कोरोना वायरस की वैक्सीन आने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि सब कुछ सही रहा तो जनवरी-2021 तक कोरोना वायरस की वैक्सीन आ सकती है। डॉ. गुलेरिया ने कहा कि दुनिया को एक से डेढ़ साल में कोरोना महामारी से निजात मिल सकती है।
सुरक्षा को दी गई प्राथमिकता
डॉ. गुलेरिया ने कहा कि जब भी हम वैक्सीन का ट्रायल करते हैं तो जानवरों पर लंबे वक्त तक करते हैं। वक्त बचाने के लिए पहले, दूसरे और तीसरे फेज का ट्रायल साथ चल रहा है। जब हम वैक्सीन उतारेंगे तो जिन लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी तो उनकी भी निगरानी होगी कि कहीं उन पर कोई साइड इफेक्ट तो नहीं हो रहा है। अलग-अलग उम्र के लोगों और नस्ल के लोगों में भी वैक्सीन के प्रभाव को देखना होगा। वैक्सीन की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
कोरोना संक्रमित मरीज एलएनजेपी से हुआ फरार
काेरोना संक्रमित मरीज लोक नायक जय प्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल से फरार हो गया। वह अस्पताल की छठीं मंजिल पर भर्ती था। पुलिस सावधानी बरतते हुए पीपीई किट साथ लेकर आरोपी मेहताब की तलाश कर रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी मेट्रो में चोरी करते हुए पकड़ा गया था। तिहाड़ जेल में पहुंचने पर पता चला कि आरोपी कोरोना संक्रमित है।
22 सितंबर को मेट्रो में मोबाइल चोरी करते हुए मेहताब नामक युवक को पकड़ा गया था। जांच में पुलिस को पता चला कि सक्षम लवानिया नामक युवक कश्मीरी गेट मेट्रो से उत्तम नगर जा रहा था। सक्षम ने पुलिस को बताया कि वह राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर मोबाइल निकालने की कोशिश में पकड़ लिया।
तिहाड में जांच करने पर संक्रमण का पता चला
पुलिस के अनुसार मेट्रो स्टेशन पर उन्हें पता नहीं चला कि यहां मेहताब कोरोना से संक्रमित है। जब मेहताब को तिहाड़ जेल ले जाया गया तो वहां पर उसका टेस्ट किया गया। जिससे पता लगा कि वो कोरोना से संक्रमित है। उसने भी बुखार और शरीर में दर्द की शिकायत की। इसके बाद उसे एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया।
पुलिसकर्मी उसे जेल छोड़ने गए थे, उन्हें इस बात की जानकारी देकर क्वारंटाइन में रहने को कहा गया। मेहताब को अस्पताल की छठी मंजिल पर रखा गया था। वहां पर 2 पुलिसकर्मी भी लगाए गए थे। 23 सितंबर की दोपहर वो बाथरूम गया और वहां से खिड़की के रास्ते फरार हो गया।
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